कानपुर गंगा का पानी हुआ जहरीला,  सफाई को लेकर सरकार हुई नाकाम 

उत्तर प्रदेश।। भारत की में गंगा की पवित्रता को लेकर सरकार भले ही बड़े-बड़े दावे कर रही हो, मगर हकीकत इससे अलग है। गंगा के जल में अब भी इतना प्रदूषण है कि उसने में जलीय जीव-जंतुओं का जीवित रह पाना संभव नहीं है। कानपुर में गंगा बैराज के अटल घाट पर हजारों की संख्या में मछलियां मरी पाई गई हैं। जिला प्रसासन का कहना है कि इतनी बड़ी संख्या में मछलियां कैसे मरीं, इस बारे में अभी कुछ भी निर्णायक रुप से नहीं कहा जा सकता।



प्रदूषण विभाग के अधिकारियों ने गंगा बैराज के अटल घाट पर पानी का सैंपल लिया है। उनका कहना है कि इसकी रिपोर्ट आने के बाद ही मछलियों की मौत के बारे में कुछ कहा जा सकता है। गंगा बैराज के अटल घाट पर घूमने आए विक्की शर्मा ने बताया कि उन्होंने जब यहां बड़ी संख्या में मछलियों को मरा देखा तो उन्होंने जिले के आला अधिकारियों को इसकी सूचना दी।


 इस मामले पर सामाजिक संगठन गंगा प्रहरी के रामजी त्रिपाठी ने कहा कि गंगा के पानी में ऑक्सीजन की कमी है, मछलियों की मौत की यही वजह है। उन्होंने बताया कि उन्होंने इसकी शिकायत काफी पहले अधिकारियों से की थी। लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। प्रशासन ने अगर समय पर पहल की होती तो आज यह स्थिति नहीं हुई होती। जिलाधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी ने कहा कि पानी का सैंपल लिया गया है। इसकी रिपोर्ट आते ही हम सभी जरूरी उपाय करेंगे।