खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग की प्रस्तुति पर सीएम योगी ने दिए निर्देश, कहा...


लखनऊ।। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपिका और यू0पी0 हैण्डलूम की बंद पड़ी सम्पत्तियों को खादी विभाग द्वारा अपने स्तर पर उपयोग करने के निर्देश दिये। उन्होंने गांधी जयन्ती के अवसर पर खादी प्लाज़ा की स्थापना के निर्देश दिये। उन्होंने टेक्सटाइल पाॅलिसी को बेहतर बनाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि ग्रामीण महिलाओं को इससे जोड़ते हुए उन्हें रोजगार मुहैया कराया जाये। उन्होंने गोरखपुर के खजनी स्थित खादी उत्पादन केन्द्र के सुदृढ़ीकरण के भी निर्देश दिये।


प्रस्तुतिकरण देते हुए खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग के प्रमुख सचिव नवनीत सहगल ने मुख्यमंत्री योगी को उत्तर प्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के उद्देश्यों से अवगत कराया। उन्होंने खादी एवं ग्रामोद्योग विकास विषयक रणनीति, पं0 दीन दयाल उपाध्याय खादी विपणन विकास सहायता योजना, विपणन, ब्राण्ड विकास, गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला, प्रदर्शनी, खादी प्लाजा, खादी पार्क, खादी शोध, डिजाइन एवं प्रशिक्षण केन्द्र, विभागीय खादी उत्पादन केन्द्र, वित्तीय वर्ष 2019-20 हेतु कार्ययोजना एवं वित्तीय वर्ष 2020-21 हेतु लक्ष्य के विषय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विस्तार से जानकारी हासिल की। प्रमुख सचिव ने ग्रामोद्योगों के विकास, मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना इत्यादि के विषय में भी मुख्यमंत्री को बताया कराया।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रमुख सचिव द्वारा अवगत कराया गया कि पं0 दीन दयाल उपाध्याय खादी विपणन विकास सहायता योजना के तहत विभागीय पोर्टल पर 426 संस्थाओं ने अपना पंजीकरण करवाया है। पहली बार प्रदेश की खादी संस्थाओं में कार्यरत 86,814 कत्तिन/बुनकरों के बैंकों में खाते खुलवाकर आधार से लिंक कराया गया है, ताकि अनुदान की राशि उनके खाते में सीधे भेजी (डी0बी0टी0) जा सके। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस व्यवस्था के तहत लाभार्थियों को अंतरित की जाने वाली राशि को एक ईवेन्ट के रूप में आयोजित करने के निर्देश दिये और कहा कि धनराशि का अंतरण किसी मंत्री के हाथों से क्लिक करवाकर किया जाए।