एक देश-एक चुनाव मुद्दे पर बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने दिया बड़ा बयान, कहा ये सिर्फ EVM की सुनियोजित धांधलियों के माध्यम से लोकतंत्र को हाईजैक...


लखनऊ।। बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष और पूर्व सांसद व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री मायावती ने आज यहाँ कहा कि एक देश में एक चुनाव देश का मुद्दा नहीं है बल्कि बीजेपी का नया ढकोंसला है ताकि EVM की सुनियोजित धांधलियों आदि के माध्यम से देश के लोकतन्त्र को हाइजैक करने की गम्भीर चिन्ता की तरफ से लोगों का ध्यान बांटा जा सके।


केन्द्र सरकार द्वारा सम्बन्धित विषय पर आज नई दिल्ली में आयोजित बैठक पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये सुश्री मायावती जी ने पहले ट्वीट और फिर अपने बयान में कहा कि बीजेपी की सरकार को ऐसी सोच व मानसिकता एवं कार्यकलापों से दूर रहना चाहिये जिससे देश का संविधान व लोकतन्त्र को आघात पहुँचता है। वास्तव में भारत जैसे विशाल 130 करोड़ से अधिक जनसंख्या वाले 29 राज्यों व 7 केन्द्र शासित प्रदेशों पर आधारित लोकतान्त्रिक देश में एक देश-एक चुनाव के बारे में सोचना ही प्रथम दृष्टया अलोकतान्त्रिक व गैर-संवैधानिक प्रतीत होता है।


देश के संविधान निर्माताओं ने ना तो इसकी परिकल्पना की और ना ही इसकी कोई गुन्जाइश देश के संविधान में रखी। साथ ही दुनिया के किसी छोटे से छोटे देश में भी ऐसी कोई व्यवस्था नजर नहीं आती है। सुश्री मायावती जी ने कहा कि दुनिया के किसी भी लोकतान्त्रिक देश में चुनाव कभी कोई समस्या नहीं हो सकती है और ना ही चुनाव को कभी धन के व्यय-अपव्यय से तौलना ही उचित है। अपने देश में एक देश-एक चुनाव की बात करना वास्तव में देश में छायी व्यापक गरीबी, महँगाई, बेरोजगारी, बढ़ती हिंसा आदि की ज्वलन्त व जानलेवा राष्ट्रीय समस्याओं से ध्यान बांटने का प्रयास व छलावा मात्र लगता है।
इसके अलावा बैलेट पेपर के बजाए EVM के माध्यम से ही चुनाव कराने की सत्ता पार्टी की ज़िद से देश के लोकतन्त्र व संविधान को असली खतरे का सामना करना पड़ रहा है।


EVM के प्रति जनता का विश्वास काफी चिन्ताजनक स्तर तक घट गया है। ऐसे में इस घातक समस्या पर विचार करने के लिए सरकार को विभिन्न पार्टियों की बैठक बुलानी चाहिए थी। लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है। केन्द्र सरकार द्वारा विभिन्न पार्टियों के राष्टंीय अध्यक्षों की जो बैठक आज दिल्ली में बुलायी गयी है उसमें मैं जरूर शामिल होती अगर यह बैठक वास्तव में EVM की राष्टंीय चिन्ता के समाधान के सम्बन्ध में बुलायी गयी होती। एक देश, एक चुनाव देश का मुद्दा नहीं है और ना ही लोगों की इसमें कोई रूचि है बल्कि इसके विपरीत बैलेट पेपर से चुनाव कराये जाने की जोरदार मांग असली राष्ट्रीय मुद्दा बना हुआ है, जिसके लिए हमारी पार्टी अपना संघर्ष लगातार जारी रखेगी। साथ ही बी.एस.पी. परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के संविधान को ना ता बदलने देगी और ना ही इसे तोड़ने-मरोड़ने की इजाजत देगी।