अब EVM बर्दाश्त नहीं, दलितों और पिछड़ों ने उठाया ये बड़ा कदम, मीडिया का बहिष्कार शुरू

 



लोकसभा चुनाव के बाद देश बड़ी तेजी से बदलाव की ओर निकल चुका है। नई सरकार ने मोदी के नेतृत्व में मूर्तरूप भी ले लिया है। सरकार को लेकर तो चर्चाएं हो ही रही हैं लेकिन इन सबके बीच देश के पिछड़े और दलितों में एक अलग ही तरह की सुगबुगाहट ने जन्म ले लिया है। वो है मीडिया से दूरी बनाने का। पहले खबर आयी की पिछड़ों की पार्टी कही जाने वाली समाजवादी पार्टी ने पार्टी कार्यालय में मीडिया के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया, हालाँकि सपा के मीडिया प्रभार्री ने इस बात का खंडन किया कि ऐसा कुछ नहीं हैं, वहीँ देश की सबसे बड़ी और पुरानी पार्टी कांग्रेस ने भी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से किनारा करते हुए डिबेट का बहिष्कार कर दिया है।



अब जो खबर आ रही है वो बेहद चौंकाने वाली है। खबर के मुताबिक देश के दलित और पिछड़ों ने टीवी न्यूज़ चैनलों का बहिष्कार करना शुरू कर दिया है। देश के बहुजनों द्वारा न्यूज़ चैनलों के बहिष्कार का यह कदम तब उठाया गया है जब देश में NDA की दुबारा बहुमत से सरकार बनी है। आपको बता दें कि देश का दलित और पिछड़ा वर्ग लोकसभा चुनाव के रिजल्ट से इत्तेफाक नहीं रख रहा है। उसका मानना है कि कहीं न कहैं कुछ गड़बड़ जरूर है और इतना ही नहीं इन सबमें कहीं न कहीं देश की मीडिया का रोल गड़बड़ रहा है। देश के दलितों और पिछड़ों में ये बात कहीं न कहीं घर कर गयी है कि मीडिया ने निष्पक्ष रूप से रिपोर्टिंग नहीं की है। ऐसे में मीडिया के विरोध का देश के बहुजनों ने न्यूज़ चैनलों के बहिष्कार को लेकर कमर कस ली है। न्यूज़ चैनलों के बहिष्कार को EVM के विरोध की पहली कड़ी के रूप में देखा जा रहा है।